दलीप एक 22 साल का युवा है अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद घरवालो ने उसकी शादी बड़ी धूम धाम से कर दी और उसे एक अच्छी कम्पनी में सॉफ्टवेर
सॉफ्टवेर डेवलपर
की जॉब मिल
गए सारा दिन
ऑफिस में बैठें
बैठें वर्क करना रात
को लेट आ कर डिनर
कर के सो
जाना यही उसका life
style
बन चुका
था 30
की
उम्र तक उसको लगने लगा
की धीरे धीरे
उसका शरीर काम
करना काम कर
रहा है अब
वो तेज भाग
नहीं पाता था पाचन
किर्या भी ठिक नहीं रहती थी weeknees
हमेशा
उसपर हावी रहने लगी दोस्तों
ये कहानी केवल
दलीप की नहीं
है आज के दौर में work
शारीरिक कम
हो कर केवल
दिमागी हो चूका
है जिसने हमारे
शरीर को custum
मोड पर डाल
दिया है अपने
लिए हमारे पास
टाइम ही नहीं
है नए रिसर्च
से पता चला
है की यदि
एक व्यक्ति एक week
तक कोई
शारीरिक work
न
करे तो उसके
शरीर में और
एक 60
साल
के बुजुर्ग के
शरीर में ज्यादा
अंतर नहीं रहता
दोस्तों सभी लोग
ये जानते है
की व्यायाम कितना
जरुरी है लेकिन
जब तक हमारा
शरीर और हमारा doctor
हमें नहीं
कहता की अब
व्यायाम बिना नहीं
चलने वाला तब
तक हम कभी
गौर नहीं करते
ये सचाई है
जब में था
तब हरी नहीं
अब हरी है
में नहीं जब
तक हमारे शरीर
में ताकत होती
है हमारे लिए
व्यायाम करना आसान
होता है समय nikal
जाने के बाद
व्यायाम तो दूर
शरीर सही से
चलने लायक नहीं
रहता आप किसी
भी शहर में
देख लीजिये आपको
होटल से ज्यादा
दवाखाने मिल जायेंगे
हर किसी को
किसी न किसी
बीमारी की दवा
लेते हुए आप देख सकते है रोग
भी हमेशा वीक
आदमी पर हावी
होते है तंदरुस्त
आदमी के ये
पास भी नहीं
फटकते दोस्तों हमारे
शरीर को बैलेंस
रखने के लिए
सही व्यायाम की
आवशकता होती है जिसके लिए समय निकालना हमारी जिम्मेदारी ही
नहीं जरुरत भी है तो आज से आपका
क्या विचार है
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